श्री कृष्ण का अनासक्त कर्मयोग हमें भला क्यों समझ नहीं आता हैघ् मैं आपको आइडिया देता हूँ आप प्रतिदिन एकाएक बिना फल की इच्छा से करिये और महसूस करिये आपको अनासक्त कर्म ठीक से समझ आ जायेगा।
‘‘अगर हम कृष्ण के अनासक्त कर्म को समझना चाहते हैं,
तो हमें प्रतिदिन कोई एक कर्म बिना फल की इच्छा से करना होगा।’’
Action with detachment
What is the best way to understand Lord Krishna’s ‘Karmayog’? Every day, if you do one task without the desire for the result, you will gradually understand the essence of Karmayog.
We must act with detachment to understand
Lord Krishna’s Karmayog.
Prof. Sanjay Biyani