Share this on WhatsApp इस एपिसोड जिसका नाम है ‘‘कर्मसंन्यासयोग‘‘ में कार्यक्रम के सूत्रधार डाॅ. संजय बियानी द्वारा बताया गया है कि हमारी ज्यादातर बीमारियाँ मानसिक है, जिसके लिए जरूरी है कि हम अपने मन और शरीर को जाने और जैसे हर बीमारी की कोई ना कोई दवा जरूर होती है वैसे ही हमारी समस्त […]
चौथा अध्यायः ज्ञानकर्मसन्यास योग – श्रीमद्भगवद्गीता (संजय की नजर से)
Share this on WhatsAppश्रीमद्भगवद्गीता (संजय की नजर से) चौथा अध्यायः ज्ञानकर्मसन्यास योग सांख्य योग में ज्ञान की बात हुई तो कर्म योग में शरीर की बात हुई, शरीर से कर्म कैसे किया जाए और बुद्धि से ज्ञान मार्ग पर कैसे चला जाए इसे जाना, लेकिन अब ईश्वर को जानना जरुरी है। क्योंकि अर्जुन का सवाल […]
तीसरा अध्याय- कर्म योग – श्रीमदभगवदगीता (संजय की नजर से)
Share this on WhatsApp श्रीमदभगवदगीता (संजय की नजर से) तीसरा अध्याय- कर्म योग श्रीमद्भगवद्गीता का तीसरे अध्याय हमें अपने जीवन की कई समस्याओं का हल जानने में मदद करता है। किसी काम को करने में हम सफल क्यों नहीं होते। हमें उसे करने का तरीका मालूम नहीं होता। ये ऐसे प्रश्न है जो हमारे सामने […]
Karma Yog Chapter Three | Shreemad Bhagwad Geeta Sanjay Ki Nazar Se
Share this on WhatsAppIn this chapter of Bhagwad Gita ,Shree Krishna explains that all the mortal beings are obliged to work by their inherent modes of nature,this implies that the beings are intrinsically guided as to how they shall behave and act in their bodily abode, Lord Krishna further states that nobody can remain without […]
Sankhya Yog – Chapter Two | Shreemad Bhagwad Geeta Sanjay Ki Nazar Se
Share this on WhatsApp Sankhya Yog Lord Krishna or our supreme God starts by inducing in Arjun a desire for knowledge. He does this by pointing out that his state of confusion is not worthy of respect hence is dishonourable and unsuitable for righteous people. He then goes on to remind Arjun of the consequences of […]
श्रीमद् भगवद् गीता संजय की नज़र से प्रथम अध्याय : अर्जुन विषाद योग
Share this on WhatsAppअक्सर हम सभी लोग दो सवालों के जवाब ढूंढा करते हैं। मुझे लगता है ये सवाल बहुत महत्त्वपूर्ण है। पहला सवाल है- मैं कौन हूं? और दूसरा सवाल है- मेरे जीवन का उद्देश्य क्या है? जब इन दोनों सवालों का जवाब मिल जाता है, तो मन में शांति आती है, खुशियां आती […]
Shreemad Bhagwad Geeta Sanjay Ki Nazar Se – Adhyay One
Share this on WhatsApp Adhyay One – ARJUNA VISHAD YOGA Bhagavad Gita is one of the most beautiful and soul enriching spiritual texts ever written, the protagonist or the central figure Arjuna, the great warrior is a true devotee and inquires to Lord Krishna about several issues as compelling today as they were ions of […]
स्टीफन हॉकिंगः युवाओं के रोल मॉडल
Share this on WhatsApp ब्लैक होल और बिग बैंग थ्योरी में अहम योगदान प्राप्त, 12 मानद डिग्रियों और अमेरिका का सबसे उच्च नागरिक सम्मान प्राप्त स्टीफन हॉकिंग भले आज इस दुनिया में ना रहे हो लेकिन आज के युवाओं के लिए आत्ममंथन और प्रेरणा के लिए स्पष्ट पदचिन्ह छोड़ गए। 21 वर्ष की आयु में […]
व्यक्ति समाज के लिए या समाज व्यक्ति के लिए
Share this on WhatsApp स्वार्थ, स्वार्थ, स्वार्थ चारों तरफ स्वार्थपरक दुनिया बनती जा रही है। जिसको देखो येन केन प्रकारेण सबको पैसा चाहिए, प्यार चाहिए लेकिन सिर्फ अपने लिये, दूसरों को देने के लिये उनके पास न प्यार है न पैसा। स्वार्थ की धुन में कुछ लोग इतने डूब जाते हैं कि उन्हें सही-गलत का […]
समाज में आर्थिक खुशहाली के लिए एन्टरप्रेन्योर्स को बढ़ावा दिया जाना बहुत ही आवश्यक है
Share this on WhatsApp नरसिम्हा राव सरकार के कार्यकाल के दौरान वर्ष 1991 में एक समय आया था, जब भारतीय अर्थव्यवस्था बुरी तरह कर्ज में डूब कर दिवालियेपन की दिशा में पहुंच चुकी थी। सरकार के पास देश का सोना गिरवी रखकर ऋण लेेने के सिवाय, कोई भी रास्ता नहीं बचा था। इसका प्रमुख कारण […]