Share this on WhatsApp Arjuna is not just a mighty warrior but also a complete devotee of Shri Krishna, he shows all inquisitiveness laced with paramount humility while hearkening to Shri Krishna’s discourses. His keen interest in the learning’s has resulted in augmentation of satisfaction in Arjuna who was sailing in troubled waters at the […]

Share this on WhatsAppआज आप पहली बार गाडी में बैठे हैं, बहुत डरे हुए हैं, आपको क्लच एवं गियर मंे संतुलन करना नही आ रहा है। आप घबराए हुए हैं ठीक इसी तरह से अगर आप अपने च्तंबजपबंस स्पमि में भी डर रहे हैं तो इसका सीधा सा मतलब है कि आपको स्वयं को डंदंहम […]

Share this on WhatsAppआज का विचार यह है कि, असत्य से अस्वस्थ व सत्य से स्वास्थ्य का कोई सम्बन्ध हैघ् …..देखिए ना जब हम असत्य बोलते हैं, तो हमारी पल्सरेट हाई हो जाती है, हमारा ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है और डॉक्टर भी तो यही कहते हैं कि ज्यादातर रोग अनो शारीरिक है। मन […]

Share this on WhatsApp आज का विचार यह है कि, हमें अपने शत्रुओं को धन्यवाद देना चाहिए। आप सोच रहे होगें कि शत्रुओं को धन्यवाद!….हाँ भई हाँ! क्योंकि हम अपने मित्रों से इतना नही सीख पाते जितना अपने शत्रुओं से सीख लेते हैं! क्योंघ्….सही है ना बात‘‘हम अपने मित्रों से इतना नहीं सीख पाते जितना […]

Share this on WhatsAppकभी आपने सोचा है कि नदी और तालाब में क्या फर्क है नदी बहती रहती है और सागर में जाकर मिल जाती है, क्योंकि नदी के जो दो किनारे हैं, उसमें एक सुखद है, एक दुखद है लेकिन तालाब के तो चारों किनारें ही एक हैं सुखद, दुखद और सुखद….मुझे लगता है […]

Share this on WhatsAppकुछ लोग फूल को देखते हैं, और देखकर बोलते हैं वाह भई वाह क्या फूल हैघ् ….हाँ थोडे बहुत काँटे हैं, लेकिन इस फूल की सुरक्षा के लिए आवश्यक भी हैं और दूसरी जगह कुछ लोग कहते हैं कि अरे क्या फूल, काँटे ही काँटे, फूल तो सिर्फ दिखावे का है। आप […]

Share this on WhatsApp  कुछ लोग कहते हैं कि हमारे समाज में तलाक की घटनाऐं बहुत बढ रही है। ऐसा क्यों होता हैघ् मैं आपको बताता हूँ, हजारों साल बाद स्त्रियों की पहली पीढी घर से बाहर काम करने गई है और इसी कारण वे अपने रिश्तों में संतुलन नही बना पा रहे हैं। अगर […]

Share this on WhatsAppश्री कृष्ण का अनासक्त कर्मयोग हमें भला क्यों समझ नहीं आता हैघ् मैं आपको आइडिया देता हूँ आप प्रतिदिन एकाएक बिना फल की इच्छा से करिये और महसूस करिये आपको अनासक्त कर्म ठीक से समझ आ जायेगा। ‘‘अगर हम कृष्ण के अनासक्त कर्म को समझना चाहते हैं,तो हमें प्रतिदिन कोई एक कर्म […]

Share this on WhatsAppदेखिए अक्सर लोग सम्मान ना मिलने पर अपमानित महसूस करते हैं। ऐसा क्योघ् …..ऐसा इसलिए होता है कि हम स्वयं का सम्मान नही करते और हम अपमानित महसूस करते हैं। आप स्वयं का सम्मान करें फिर भला कौन आपको अपमानित कर सकता है। ‘‘हम सम्मान न होने पर अपमानित इसलिए महसूस करते […]

Share this on WhatsApp  डॉक्टर और टीचर्स, अक्सर हमें क्यों डराते हैंघ् ये इसलिए डराते हैं क्योंकि आपकी श्रद्धा और विश्वास बहुत कमजोर है और जब भी आपका अपने में डर पैदा हो जाता है तो आपकी दूसरों मे श्रद्धा पैदा हो जाती है विश्वास बढ जाता है और इसी कारण अक्सर आपके अपने टीचर्स […]