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अभी जो समय चल रहा है इसमें लड़कियों को फिजिकली बहुत पावरफुल रहने की जरूरत है। जिससे वे दूसरे लोगों को तो संभाल ही सके साथ ही साथ अपने आपको भी संभाल सकें। मेंटली साउण्डनेस के साथ फिजिकली साउण्डनेस  चाहिये। बाॅडी से पसीना बहना चाहिये। झाँसी की रानी जैसा साहस व शारीरिक ताकत दिखनी चाहिये। जीवन निरुद्देश्य नहीं होना चाहिये। जीवन का एक मकसद होना चाहिये। वो मकसद आपको अपनी चाल में भी दिखाई देता है और चेहरे पर भी दिखाई देता है। इन सबके लिए आप सभी को अपनी चेतना को बढाना होगा , डलनैस को भगाना पड़ेगा। क्या मैं सही कह रहा हूँ….? हमें आज से ही नहीं अभी से चेक करना होगा कि हमारी चाल कैसी है? हमारे में ऊर्जा कितनी है? हमें अपनी ऊर्जा बढ़ानी होगी। फिजिकल फिटनेस के साथ मेंटल फिटनेस को भी डेवलप करना होगा। आपमें से कितने स्टूडेंट्स है जो सुबह उठे और उठने के बाद दो गिलास पानी पीया और एक्सरसाइज की। एक्सरसाइज़ के बाद आपकी बाॅडी अपने आप ही पानी माँगेगी। बाॅडी में जो एनर्जी है और जो थी, वो ठीक माचिस की तीली और उसमें लगा बारूद जैसी है लेकिन बाॅडी को चार्ज ही नही किया तो एनर्जी निकलेगी ही नहीं। माचिस की तीली जलने पर ही आग प्रगट करती है। Charge your body. You have to do exercise your body. You have to take water and oxygen in morning.

अगर वास्तव में सफलता चाहते है , तो अपनी बाॅडी को फिजीकली फिट रखे फिर मैन्टली भी फिट रखे। कौन परेशान कर सकता है आपको? कौन हिला सकता है आपको? मुझे लगता है कोई बाहर वाला आपको परेशान नहीं कर सकता, आप स्वयं ही ऐसा कर सकते है। आप शक्ति है, पावर है! कोई नुकसान हो ही नही सकता। या तो लोगों के पास मैन्टल पाॅवर कम है या फिजीकल पाॅवर कम है। ईश्वर ने तो आपको दोनो ही पावर दे रखी है। आप रोज एक्सरसाइज करे,  प्राणायाम करे और सौ-सौ साल जी कर जाये यहां से। कोई सस्ते में न जाये। सौ सौ बुराइयों को खत्म करके जाये, उसका यही मैकेनिज़्म है। बाॅडी और माइण्ड को फिट रखा जाये। खाना (भोजन) इतना मैटर नही करेगा, जितना आपका सोचना, साँस लेना और वर्क करना। आपका मेडिटेशन आपको दीर्घायु बनायेगा, मुझे लगता है सबसे ज्यादा दीर्घायु बनायेगा आपका आॅब्जेक्ट। जिसके जीवन में आॅब्जेक्ट है, वो धूप में खडे रह सकते है। जिनका उद्देश्य नही है, वे पेड़ के नीचे ही खड़े नही रह सकते।
स्वस्थ भव ! सुखी भव ! दीर्घायु भव!

 

Prof. Sanjay Biyani
Director (Acad.)
(Thoughts delivered in Assembly)

To know more about Prof. Sanjay Biyani visit www.sanjaybiyani.com

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