मन…., मन यानि बहुत सारे विकल्पए जब मन बहुत सारे विकल्प में लग जाता है तो हमारी इच्छाशक्ति बहुत कमजोर हो जाती है। लेकिन यही मन जब किसी सही विकल्प पर लग जाता है तो इसे एकाग्रता कहत है। अगर हम चाहते है कि हम एकाग्र बने तो मन को किसी एक विकल्प पर लगाना होगा।
‘‘मन बहुत से विकल्प प्रस्तुत करता है,
लेकिन मन को किसी एक विकल्प पर लगा देने से एकाग्रता बढ़़ जाती है।’’
Concentration
Too many options distract us, making our performance mediocre. Our concentration increases manifold when we have only one option before us.
Prof. Sanjay Biyani